1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल History Class 7 In Hindi Medium Ncert Book Solutions अतिरिक्त प्रश्न
1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल : अतिरिक्त प्रश्न History class 7th:Hindi Medium NCERT Book Solutions
NCERT Books Subjects for class 7th Hindi Medium
Chapter 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल अतिरिक्त प्रश्न: NCERT Book Solutions for class 7th. All solutions and extra or additional solved questions for 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल : अतिरिक्त प्रश्न History class 7th:Hindi Medium NCERT Book Solutions.. All ncert books and cbse syllabus are solved chapter by chapter and also exercise within chapter and exercise solved by our expert in Hindi and English Medium for studends.
NCERT books solved questions and answers 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल , 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल solved questions and answers, 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल in hindi Medium, NCERT Book Solutions for 7 History, chapter and excercise for History-अतिरिक्त प्रश्न, NCERT Book Solutions for class 7th, History, History class 7th, class 7th History, All solutions and extra or additional solved questions for 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल , History 1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल , अतिरिक्त प्रश्न, History class 7th, Hindi Medium NCERT Book Solutions
1. हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल
अतिरिक्त प्रश्न
अतिरिक्त - प्रश्न:
प्रश्न: नई और पुरानी शब्दावली में होने वाले परिवर्तन को उदाहरण की सहायता से समझाए?
उत्तर: समय के साथ शब्दों के अर्थ भी बदल जाते हैं, उदाहरण के लिए 'हिन्दुस्तान' शब्द ही लीजिए| आज जैसे इसे आधुनिक राष्ट्र राज्य 'भारत' के अर्थ में लेते हैं| तेंराहविन सदी में जब फ़ारसी के इतिहासकार मिन्हाज - ए - सिराज ने हिन्दुस्तान शब्द का प्रयोग किया था तो उसका आशय पंजाब, हारियाँ और गंगा - युमना के बीच में स्थित इलाकों से था| उसने इस शब्द का राजनितिक अर्थ में उन इलाकों के लिए इस्तेमाल किया जो दिल्ली के सुलतान के अधिकार क्षेत्र में आते थे| सल्तनत किया जो दिल्ली के सुलतान के अधिकार क्षेत्र में आते थे| सल्तनत किया जो दिल्ली के सुलतान के अधिकार क्षेत्र में आते थे| सल्तनत के प्रसार के साथ - साथ इस शब्द के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र भी बढ़ते गए, लेकिन हिन्दुस्तान शब्द में दक्षिण भारत का समावेश कभी नहीं हुआ| इसके विपरीत, सोलहवीं सदी के आरंभ में बाबर ने हिन्दुस्तान शब्द का प्रयोग इस उपमहाद्वीप के भूगोल, पढू - पक्षियों और यहाँ के निवासियों की संस्कृति का वर्णन करने के लिए किया|
प्रश्न: 'विदेशी' शब्द से क्या अभिप्राय हैं?
उत्तर: 'विदेशी' शब्द का अर्थ आज के समय में ऐसे व्यक्ति जो भारतीय न हो| मध्ययुग में, मानों किसी गाँव में आने वाला कोई भी अनजाना व्यक्ति, जो उस समाज या संस्कृति का अंग न हो, 'विदेशी' कहलाता हैं| (ऐसे व्यक्ति को हिंदी में परदेसी और फ़ारसी में अजनबी कहा जा सकता हैं|) इसलिए किसी नगरवासी के लिए वनवासी 'विदेशी' होता था किन्तु एक ही गाँ में रहने वाले दो किसान अलग - अलग धार्मिक या जाती पंपराओं से जुड़े पर भी एक - दूसरें के लिए विदेशों नहीं लेते थे|
प्रश्न: इतिहासकार विभिन्न कालों का अध्ययन करने के लिए किस प्रकार के स्त्रोतों पर निर्भर रहते हैं?
उत्तर: इतिहासकार इस काल के बारे में सूचना इअक्त्थि करने के लिए अभी भी सिक्कों, शिलालेखों, स्थापत्य (भवन निर्माण कला) तथा लिखित सामग्री पर निर्भर करते हैं|
प्रश्न: अभिलेखागार किसे कहा जाता हैं?
उत्तर: ऐसा स्थान जहाँ दस्तावेजों और पांडुलिपियों को संग्रहित किया जाता हैं| आज सभी राष्ट्रीय और राज्य सरकारों के अभिलेखागार होते हैं जहाँ वे अपने तमाम पुराने सरकारी अभिलेख और लेन - देन के ब्यौरों का रिकॉर्ड रखते हैं|
प्रश्न: इतिहासकार ज़ियाउद्दीन बरनी ने अपना वृत्तांत कब लिखा था?
उत्तर: चौदहवीं शताब्दी के इतिहासकार ज़ियाउद्दीन बरनी ने अपना वृत्तांत पहली बार 1326 में और दूसरी बार उसके दो वर्ष बाद लिखा था|
प्रश्न: सन 700 और 1750 के बीच किस समुदायों का महत्त्व सबसे ज्यादा बढ़ा उस समुदायों का वर्णन कीजिए?
उत्तर: इस काल में जिन समुदायों का महत्त्व बाधा उनमें से एक समुदाय, जिसका नाम 'राजपुत्र' (अर्थात् राजा का पुत्र) से निकला हैं| आठवीं से चौदहवीं सदी के बीच यह नाम आमतौर पर योद्धाओं के उस समूह के लिए प्रयुक्त होता था जो क्षत्रिय वर्ण के होने का दावा करत थे| 'राजपूत' शब्द के अंतर्गत केवल राजा और सामंत वर्ग ही नहीं, बल्कि वे सेनापति और सेनापति और सैनिक भी आते थे जो पूरे उपमहाद्वीप में अलग - अलग शासकों की सेनाओं में सेवारत थे| कवी और चारण राजपूतों की आचार संहिता - प्रबल पराक्रम और स्वामिभक्ति - का गुणगान करते थे|
प्रश्न: उन्नीसवीं सदी के मध्य में अंग्रेज इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को किन युग में बाँटा था?
उत्तर: अंग्रेज इतिहासकारों ने भारत के इतिहास को तीन युगों में बाँटा था: 'हिन्दू', 'मुसलिम' और 'ब्रिटिश'|
ATP Educationwww.atpeducation.com ATP Education www.atpeducation.com
ATP Education
Advertisement
NCERT Solutions
Select Class for NCERT Books Solutions
Notes And NCERT Solutions
Our NCERT Solution and CBSE Notes are prepared for Term 1 and Terms 2 exams also Board exam Preparation.
History Chapter List
Chapter 1. Tracing Changes Through A Thousand Years
Chapter 2. New Kings And Kingdoms
Chapter 3. The Delhi Sultans
Chapter 4. The Mughal Empire
Chapter 5. Rulers And Buildings
Chapter 6. Towns, Traders And Craftspersons
Chapter 7. Tribes Nomads And Settled Communities
Chapter 8. Devotional Paths To The Divine
Chapter 9. The Making Of Regional Cultures
Chapter 10. Eighteenth-Century Political Formations